शिकायत के बाद भी नींद में कलेक्टर, लोटते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचा फरियादी

मंदसौर (ब्यूरो) – मध्य प्रदेश में ऊपर से लेकर नीचे तक सिस्टम भ्रष्ट है. अधिकारी-कर्मचारी निर्माण कार्यों में धड़ल्ले से करप्शन कर रहे हैं. लेकिन शासन-प्रशासन के उच्च अधिकारी मौन बैठे हुए हैं. ऐसा ही एक मामला मंदसौर जिले से सामने आया है. जहां भ्रष्टाचार की शिकायतों के बाद भी फरियादी को कोई सुनवाई नहीं हो रही है. ऐसे में आज मंगलवार को फरियादी आवेदन की माला गले में डालकर और सड़क पर लोटते हुए कलेक्टर जनसुनवाई में पहुंचा. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. वहीं अब इस मामले में कांग्रेस ने सरकार को घेरा है. मल्हारगढ़ के वार्ड नंबर-12 में रहने वाले ज्ञानेश प्रजापति नगर पंचायत के नाला निर्माण में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि वो इसकी पहले भी शिकायत कर चुके हैं. इस नाले का पक्का निर्माण करने के लिए एक करोड़ 54 लाख रुपए की स्वीकृति दी है. लेकिन डीपीआर के मुताबिक, इस नाला निर्माण में मटेरियल नहीं लगाया जा रहा है. इधर, शिकायतों के बाद भी समाधान नहीं होने के कारण परेशान ज्ञानेश प्रजापति ने लोटन यात्रा निकाली. वो शिकायतों की मामला डालकर और सड़क लोटते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचा. जिसे देखकर अधिकारियों को होश उड़ गए. एडीएम ने शिकायतकर्ता को बुलाया और उसकी बात सुनी और उसके आवेदन पर जांच का आश्वासन दिया. एडीएम ने जिला परियोजना अधिकारी गरिमा पाटीदार को तत्काल जांच के आदेश दे दिए हैं.
वहीं, इस मामले में कांग्रेस ने सरकार को घेरा है. कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा- कमीशन राज और भ्रष्टाचार से सड़ांध मारती व्यवस्था में आम आदमी अपनी सुनवाई के लिए लोट लगाने को मजबूर है. उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा की विधानसभा क्षेत्र मल्हारगढ़ के आवेदक अपनी सुनवाई के लिए लौटन यात्रा करते हुए पहुंचे. भारतीय जनता पार्टी की सरकार में आम आदमी की आवाज शून्य हो चुकी है और अपने छोटे छोटे कामों के लिए भी जनता दर-दर भटकने को मजबूर है!