भव्यतम रूप में निकला भगवान सिद्धनाथ का डोला, 5 किमी यात्रा में लगे 16 घंटे
27 पौराणिक झांकी, चार अखाड़ा, 10 नृत्य दल, 10 ढोल-ताशा दल, एक नगाड़ा दल, दो भजन मंडली, दो घुड़सवार रहे शामिल

खरगोन (ब्यूरो) – भगवान श्री सिद्धनाथ महादेव का 57वां ऐतिहासिक शिव डोला निकला, जिसमें श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा. उज्जैन के महाकाल के बाद प्रदेश की यह सबसे बड़ी शिव डोला यात्रा मानी जाती है. भादौ की दूज पर श्रावण मास समाप्त होने के बाद निकलने वाली इस यात्रा में लगभग 3 लाख श्रद्धालु शामिल हुए. यह 15 घंटे से अधिक लंबी यात्रा में 80 से अधिक सेवा स्टॉल लगाए गए थे. इनके माध्यम से भक्तों को आलू बड़े, ड्राई फ्रूट का हलवा और अन्य खाद्य सामग्री मुफ्त में वितरित की गई. पूरा शहर भक्ति और आस्था के रंग में रंगा रहा और यह शिव डोला देर रात मंदिर परिसर में वापस लौटा.
सुबह मंदिर में विशेष पूजा और महाआरती के बाद भगवान को फूलों से सजी पालकी में विराजित किया गया। इसके बाद भावसार धर्मशाला से भगवान सिद्धनाथ का विशेष रथ यात्रा के रूप में नगर भ्रमण शुरू हुआ। सुबह करीब 10.30 बजे शुरू हुए शिवडोले को महज पांच किमी लंबे मार्ग पर भ्रमण में करीब 16 घंटे लगे। रात करीब एक बजे डोला परंपरागत मार्ग से होते हुए पुन: मंदिर पहुंचकर विराम दिया गया। भगवान श्री सिद्धनाथ जिस.जिस मार्ग से गुजरे रास्ते में उनके दर्शन के लिए श्रद्धालु लालायित दिखाई दिए। श्री सिद्धनाथ की एक झलक पाने के लिए श्रद्धालु आतुर रहे। भक्त व भगवान के स्वागत में समूचा शहर शिवमय हो गया है। नगर को दुल्हन की तरह सजाया गया है। समूचा शिवडोला मार्ग भगवा पताकाओं व बैनर-पोस्टर से पटा है। इस दौरान बाजार भी बंद रहे। शिवडोला आयोजन में भारत की संस्कृति का अनूठा संगम नजर आया। आठ अलग-अलग राज्यों के कलाकारों ने नृत्यों की प्रस्तुति देकर दर्शकों को भी रोमांचित कर दिया। 27 पौराणिक झांकी, चार अखाड़ा, 10 नृत्य दल, 10 ढोल-ताशा दल, एक नगाड़ा दल, दो भजन मंडली, दो घुड़सवार शामिल रहे। भक्तों के स्वागत के लिए 80 से अधिक स्थानों पर सेवा मंच के माध्यम से शिवभक्तों को भव्य स्वागत किया गया।
हर कदम पर लगे थे सेवा स्टॉल
शिवडोले में शामिल शिवभक्तों की सेवा में कदम-कदम पर सेवा स्टाल लगे हुए थे। करीब 80 से अधिक स्थानों पर विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा सेवा स्टॉल लगाकर भक्तों को स्वल्पहार और चाय-पानी का वितरण किया गया। उधर, आयोजन को देखते हुए पुलिस और प्रशासन की चाक चौबंद व्यवस्था रही। शिवडोला मार्ग पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस जवान और अधिकारी तैनात नजर आए। शिवडोले की महाआरती में सांसद गजेंद्र सिंह पटेल, विधायक बालकृष्ण पाटीदार और कलेक्टर भव्या मित्तल सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, समाजसेवी और श्रद्धालु शामिल हुए।